Entrepreneurship Meaning in Hindi |उद्यमिता क्या है | उद्यमिता विकास एवं विशेषताएं pdf Download|

 Entrepreneurship Meaning in Hindi –  Entrepreneurship का हिंदी में अर्थ उद्यमिता है, उद्यमिता जितना सरल लगता है, उतना है नहीं बहुत से लोग व्यवसाय तो प्रारम्भ करते है लेकिन उसे चला नहीं पाते, उसका संचालन अच्छे से नहीं कर पाते और लाखो रुपए का नुकसान हो जाता है इसलिए व्यापर व्यवसाय करने से पहले पूरी जानकरी व ज्ञान प्राप्त कर लेनी चाहिए।

Entrepreneurship Meaning in Hindi
Entrepreneurship Meaning in Hindi

हमारे भारत सरकार MSME  सूक्ष्म छोटे एवं मध्यम व्यवसाय, उद्योग को पुरे सहयोग और बढ़ावा दे रहा है इसीलिए सरकार नई आत्मनिर्भर भारत कथन का प्रयोग करते हुए इस झेत्र को बढ़ावा दे रहा है तो आइये हम एक सफल उद्ममी कैसे बने और अपने व्यापार, उद्योग, व्यवसाय में सफलता कैसे प्राप्त करें उसके बारे में जानकारी प्राप्त करते है।

What is Entrepreneurship in hindi ? (उद्यमिता) – 

Entrepreneurship क्या है – Entrepreneurship जिसे हिंदी में उद्यमिता के नाम से जाना है. जब हम कोई business start करने की इच्छा रखते है उसे उद्यमिता कहते हैं। वर्तमान या भविष्य का आने वाले अवसरों अनुमान लगाकर व्यवसाय, व्यापर, उद्योग प्रारम्भ करना उद्यमिता का मुख्य आधार है। उद्यमिता में हमें लाभ कमाने की सम्भावना होती है साथ ही साथ हानि की भी संभावना होती है।

  • Entrepreneurship कोई जॉब नही है.
  • उद्यमिता को हमें 24*7 घंटे समय देना पड़ता है.
  • उद्यमिता में hardwork की अवश्यकता होती है.

उद्यमिता एक पहाड़ से कूदने की तरह है, जिसमे उद्यमी अपना पैराशूट कूदने के बाद बनाता है.      

कहने का अर्थ है जब कोई व्यक्ति पहाड़ से कूदता है तो वह पहले से पैराशूट पहना होता है उसी पता रहता है मुझे कुछ नहीं होगा लेकिन जब हम कोई व्यापर, उद्योग, व्यवसाय प्रारम्भ करते है तो जरुरी नहीं की वह लाभ ही प्राप्त करेगा, हानि होने की भी संभावना बनी रहती है, जब व्यवसाय प्रारम्भ करे तो सही तरीके से बाजार सर्वे, बाजार प्रबंधन, कस्टमर डिमांड, बाजार की मांग के अनुरूप कार्य करते है धैर्य बनकर बाजार की परिस्थितियों को समझते हुए कार्य करते है , तब जा हमारा पैराशूट का निर्माण होता है और हम लाभ प्राप्त करते है।    

How to be Entrepreneur/ उद्यमी कैसे बने / उद्यमिता कैसे – 

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entrepreneurship meaning in hindi : व्यापर, उद्योग, व्यवसाय कैसे शुरू करे – 

व्यापर, उद्योग, व्यवसाय शुरू करने के लिए हमें इन 10 स्टेप्स का पालन करना होगा   –

  • 1. आईडिया जनरेटिंग 
  • 2. थिंक बिग 
  • 3. रिसर्च करे 
  • 4. योजना बनाना 
  • 5. दुसरो से सीखे  
  • 6. जानकारी इकट्ठा करे  
  • 7. लगातार प्रयास करे 
  • 8. शॉप ओपन 
  • 9. बचत करे 
  • 10. टीम वर्क  इत्यादि.

1.  Think  /  सोच  –  entrepreneurship meaning in hindi

मनुष्यो में सोचने की अद्भुत कला होता है और हम सब जानते है की बिना सोचे या आईडिया के बिना कुछ भी काम नहीं करते यहाँ तक घर से निकलने से पहल सोचते है, एवं जीवन की दैनिक हर एक गतिविधि करने से पहले सोचते है कहने का अर्थ है की बिना सोचे कोई कार्य नहीं होता है तो जब हम व्यवसाय, व्यपयर, उद्योग प्रारम्भ करने चाहते है तो सबसे पहले अपने एरिया में / झेत्र में किये जाने वाले व्यापार, व्यवसाय, उद्योग और अपने रूचि के अनुसार व्यापार, व्यवसाय के बारे में आईडिया / सोचना शुरू करे।

Entrepreneurship Meaning in Hindi : थिंक बिग

व्यापार, व्यवसाय, उद्योग के बारे में सोचते समय तीन बातो का दिमाग में रखना चाहिए

1. मार्केट डिमांड या बाजार की मांग  – 

सबसे पहले यह जानने की बारे में सोचे की मेरे मार्केट  एरिया में किस चीज का डिमांड मांग है।  

2.  पहले से सफल व्यापार, व्यवसाय, उद्योग – 

दूसरी बड़ी बात की आप अपने एरिया / झेत्र  में पहले से सफल व्यापार, व्यवसाय, उद्योग  के बारे में सोचे और जाने की ये कैसे सफल हुए और कैसे कार्यो को मैनेज करते है।  

3. स्वयं की रूचि, इंट्रेस्ट के अनुसार – 

हर एक व्यक्ति में हुनर कौशल होता है और उसे पहचान कर आगे बढ़ने पर ही व्यापार, व्यवसाय, उद्योग सफलता प्राप्त होता है इसलिए सबसे पहले आप को जाने पहचाने फिर व्यापार, व्यवसाय, उद्योग  का चयन करे।  

2.  Think Big / बड़ी सोच  – 

अपने झेत्र में किये जाने वाले व्यापार, व्यवसाय, उद्योग और अपने रूचि के अनुशार व्यापार, व्यवसाय के बारे में अपने जो आईडिया / सोच लाये हुए उसे बड़े पैमाने पर सोचे।

कहने का अर्थ व्यापार, व्यवसाय, उद्योग में तीन प्रकार का रिस्क होता है

१. Low Risk – कम जोखिम

2. Medium  Risk  – मध्यम जोखिम

३. High  Risk  – उच्च जोखिम 

व्यापार, व्यवसाय, उद्योग में देखा गया है की जो व्यक्ति Low Risk – कम जोखिम लेता है वह व्यापार, व्यवसाय, उद्योग सफल नहीं हो पाता और उनका व्यापार, व्यवसाय, उद्योग बंद हो जाता है क्योकि मार्किट में प्रतिस्पर्धा बहुत अधिक है मार्किट में टिकना है तो हमारे कार्यो में हाई क्वालिटी, एवं मार्किट का ज्ञान होना आवश्यक है इसलिए जो भी कार्य करे Medium Risk – मध्यम जोखिम लेते हुए करना चाहिए जिससे व्यापार, व्यवसाय, उद्योग में सफलता प्राप्त हो।

3. Do Research and improve your self – entrepreneurship meaning in hindi

जिस व्यापार, व्यवसाय, उद्योग को प्रारम्भ करने के बारे में सोचे है उसके सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी इकठा करे और उन जानकारियों को विश्लेषण करे और परिणाम निकाले और अपने आप में लगातार सुधार करते जाये जिससे आपके हुनर में निखार आये।

जानकारी इकठा करने के लिए आप इन तरीको को अपना सकते है
1. मार्किट सर्वे करे   
2. बिज़नेस न्यूज़ पेपर पढ़े  
3. इंटरनेट में रिसर्च करे  
4. अनुभवी व्यक्ति से परामर्श ले  
5. व्यावसायिक पुस्तके पढ़े   

4. Make list and Planning –  

योजना तैयार करे की अपने व्यापार, व्यवसाय, उद्योग को किस प्रकार स्थापित या प्रारंभ किया जाना है इसके लिए प्लान बनाते समय इन बातो को ध्यान देंगे –    1.   मेरे ग्राहक कौन होंगे?   2. लोकेशन या जगह का चुनाव    3. कच्चा माल कहा मिलेगा    4. कच्चा माल का आपूर्ति करता कौन होगा    5. यन्त्र उपकरण कहा मिलेगा इसके सप्लायर कौन होंगे    6. मेरे प्रतिस्पर्धी कौन होंगे    7. लागत क्या होगा   8. मेरे बाजार कहा होगा    9. मेरे विक्रय पद्धति क्या होगा    10. लाभ हानि की स्थिति जानना   ये भी पढ़े – मशरुम उत्पादन कैसे करे और फसल प्रबंधन, कमाए रोज 1000 रूपये। 

5. Learn from other source – 

एक सफल उद्यमी बनने के लिए आपको हमेशा अपने स्किल को बढ़ाते रहना होगा अगर आपको अपने व्यापार, व्यवसाय, उद्योग में सफलता चाहिए तो हमें दुसरो की गलती और सफलता से सीख लेनी चाहिए जैसे हम बात करे मुकेश अंबानी की जिओ की सफलता की कहानी पर तो इसमें भरपूर सिख मिलती है की किस प्रकार मुकेश अम्बानी दूरदृष्टि, मार्किट प्लान, टेक्नोलॉजी का सही प्रयोग करते हुए अपने सभी प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ दिए. इसी प्रकार हमें भी सफल व्यक्तियों की सफलता से सीख लेनी चाहिए की वे किस प्रकार अपने व्यापार, व्यवसाय, उद्योग की आगे बढ़ाया है.

6. Keep Working –  entrepreneurship meaning in hindi

लगातार जानकारी इकठा करते रहिये सभी पैरामीटर पर कार्य करिये डायरेक्ट और इनडायरेक्ट तरीके से सम्पूर्ण जानकारी अपने व्यपार, उद्योग, व्यवसाय के इकठा करे।  

7. Build your confidence and Start you business –  

ऊपर दिए गए सभी बातो को अगर अपने सही तरीके से अमल लाये तो अब आप अपने व्यापार, उद्योग, व्यवसाय को पहचान कर ओपन प्रारम्भ करने की दशा में आ चुके है। अब अपना व्यपार, उद्योग, व्यवसाय का एक यूनिक रूल्स एंड रेगुलेशन बना कर ओपन कर सकते है जैसे हमारा व्यपार, उद्योग, व्यवसाय –    1. 24 x 7 घंटे सेवा उपलब्ध   2. उच्च गुणवत्ता    ३. कॅश लैस सुधा उपलब्ध    4. घर पहुंच से उपलब्ध   5. ऑनलाइन आर्डर   


8. Constantly Working and growing – 

लगातार कार्य करते रहिये व्यापार, उद्योग, व्यवसाय में धैय बनाकर कार्य करे। ऐसे नहीं की आज व्यपार, उद्योग, व्यवसाय खोले और कल से ग्राहकों की भीड़ लग जाएगी।

9. Saving Money – 

व्यापार, उद्योग, व्यवसाय में सफल लोग की पहचान होती है की वह बचत करे तभी व्यापार, उद्योग, व्यवसाय आगे बढ़ सकता है इसलिए बचत करे और सही चीजों में खर्च करे। ध्यान रखे की घर और व्यापर मिक्स ना दोनों का खर्च और लाभ अलग अलग रखे.

10. Build your team – 

अब आपका उद्यमी बनने का समय आ गया है स्वयं व्यापार, उद्योग, व्यवसाय करे और दुसरो को भी कार्य, रोजगार दे इस प्रकार आप अपने टीम के साथ मिलकर अपने व्यापार, उद्योग, व्यवसाय को आगे बढ़ाये याद रखियेगा आपके व्यव्यापार, उद्योग, व्यवसाय के कर्मचारी ही आपके सफलता की सीढ़ी है और कोई भी व्यक्ति अपने सफलता की सीढ़ी को तोडना नहीं चाहिए इसलिए हमेशा अपने कर्मचारियों की देख रेख करे, उनके सुख दुःख का ख्याल रखे जिसम वे आपके व्यापार, उद्योग, व्यवसाय को आगे बढ़ाने में मदद करे।  

व्यापार, उद्योग, व्यवसाय में सफलता की एक मंत्र है –  गुणवत्ता / क्वालिटी  

लीजिये अब आप Entrepreneurship and startup व्यवसाय / उद्यमिता के बारे में समझ गए है और कोई भी कोई भी व्यापार, उद्योग, व्यवसाय कैसे प्राम्भ करे इसका भी ज्ञान हो गया है आशा करते है की आप अपने व्यपार, उद्योग, व्यवसाय में सफलता प्राप्त करे।    ये भी जाने :- व्यवसाय व्यापार में प्रयोग होने वाले शब्द जो हमरे लेन देनो में प्रयोग होते है साथ ही अपने एकाउंटिंग कार्य भी आप स्वयं करें।    

Market Survey मार्किट सर्वे : Entrepreneurship Meaning in Hindi

1. कच्चे माल के लिए 

2. यंत्र और उपकरणों के लिए 

3. तैयार करता प्रतिस्पर्धी 

4. आपूर्तिकर्ता 

5. ग्राहक

Market Management in hindi : entrepreneurship meaning in hindi

1. ग्राहक customer – 

ग्राहक को व्यापार व्यवसाय में भगवान का रूप माना जाता है अगर हमें अपने व्यवसाय में सफलता प्राप्त करना है तो सर्वप्रथम ग्राहक को जानना अति महत्वपूर्ण क्योंकि ग्राहक से ही हमारा व्यापार-व्यवसाय आगे बढ़ता है ग्राहक के बारे में हमें निम्नलिखित चीजें जानना और पहचानना चाहिए –
1. ग्राहक किस प्रकार के हैं किस वर्ग के हैं कितने लोग हैं।
2. वह कहां रहते हैं उनकी खरीद स्तर किस प्रकार की है ।
3. वह किस प्रकार के वस्तुओं सेवाओं का प्रयोग करना पसंद करते हैं ।
4. ग्राहक पहले से पूर्वाग्रह से पीड़ित है या नही।
5. ग्राहक की डिमांड मांग क्या है?    

2. प्रतिस्पर्धा –

व्यापार-व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा होना स्वभाविक अगर हमें अपने व्यापार-व्यवसाय में सफलता प्राप्त करना है तो अपने प्रतिस्पर्धी को पीछे छोड़ना अनिवार्य है तभी हम आगे बढ़ सकते हैं अगर हम अपने प्रतिस्पर्धी को पीछे छोड़ना चाहते हैं तो उसके लिए हमें अपने प्रोडक्ट में गुणवत्ता, मूल्य में कमी और अपने प्रतिस्पर्धी की कमजोरियों को जानकर उसे अपने ताकत में बदलने की कोशिश करनी चाहिए जिससे हम अपने प्रतिस्पर्धी को पीछे छोड़ सकें।          

3. वितरण व्यवस्था – 

हमारी सफलता हमारी वितरण व्यवस्था पर अधिकतर निर्भर करती है की हम अपने ग्राहकों को किस प्रकार से अपने खरीदे हुए सामग्री को उनके घरों तक पहुंचाते हैं हमारी वितरण व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए जैसे घर पहुंच सेवा, पैकेजिंग अच्छी होनी चाहिए और यह भी देखना चाहिए कि हमारे प्रतिस्पर्धी इस क्षेत्र में क्या व्यवस्था की है हमें ग्राहकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए वितरण व्यवस्था बनाना चाहिए।

4. कीमत निर्धारण – 

बाजार प्रबंधन में कीमत निर्धारण का एक विशेष महत्व है कीमत ना तो बहुत ज्यादा होना चाहिए ना ही बहुत कम हमें अपने प्रोडक्ट के लागत, मजदूरी, लाभ व अन्य खर्चों को जोड़कर कूल कुल लागत निकालनी चाहिए और उस लागत के ऊपर हमें अपना लाभ जोड़कर एक कीमत का निर्धारण करना चाहिए। व्यवसाय जब हम शुरू करते हैं उस समय हम अपने प्रतिस्पर्धीओं की तुलना में अपना कीमत थोड़ा कम कर सकते हैं कम लाभ कमा कर बाजार में अपना स्थान बनाएं और प्रोडक्ट माल की गुणवत्ता भी अच्छी हो कहने का अर्थ है कम कीमत में अच्छी माल इस तरह से हम बाजार में अपना स्थान बना सकते हैं।

5.विकास और प्रचार –

यह एक महत्वपूर्ण कदम होता है अपने व्यवसाय व्यापार की जानकारी लोगों तक पहुंचाना इसके लिए हम न्यूज़पेपर, पंपलेट, टीवी चैनल इत्यादि के माध्यम से अपना व्यापार-व्यवसाय का प्रचार प्रसार कर सकते हैं साथ ही साथ अपने दुकान शॉप में अच्छी तरह से साफ सफाई बैनर इत्यादि लगा होना चाहिए।     ये भी पढ़े – मशरुम उत्पादन कैसे करे और फसल प्रबंधन, कमाए रोज 1000 रूपये।  Business Ideas:     धन्यवाद  और किसी अन्य जानकारी हेतु हमें ईमेल करे।   ये भी पढ़े – मशरुम उत्पादन कैसे करे और फसल प्रबंधन, कमाए रोज 1000 रूपये। 

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