NRLM National Rural Livelihood Mission | राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन

NRLM (National Rural Livelihood Mission) जिसे हिंदी में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन कहा जाता है इसे ग्रामीण विकास विभाग, भारत सरकार ( Ministry of Rural Development (MoRD), Government of India ) द्वारा सन 2011 में लॉन्च किया गया था जिसे सन 2016 में दीनदयाल अन्त्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन DAY – NRLM (Deendayal Antyodaya Shceme – National Rural Livelihood Mission) के नाम से जाना जाता है इसका मुख्य उद्देश्य गरीबी को कम करना है

यह एक केंद्र सरकार की योजना है जिसमें महिलाओं को मुख्य रूप से स्वयं सहायता समूह के रूप में गठित करके उन्हें रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ना है ताकि वह अपनी आजीविका आसानी से चला सके ग्रामीण आजीविका मिशन अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे छत्तीसगढ़ में बिहान जिसे एसआरएलएम स्टेट रूरल लाइवलीहुड मिशन (SRLM – Sate Rural Livelihood Mission) के नाम से भी जाना जाता है

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इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत महिला एवं युवतियों को एक SHG (Self Help Group) स्वयं सहायता समूह के रूप में गठित किया जा रहा है और उन्हें प्रेरित कर स्वरोजगार के लिए जोड़ा जा रहा है

इन समूहों का गठन के लिए राज्य सरकार द्वारा NRLM के अंतर्गत सभी जिलों के जनपद स्तर पर कर्मचारी और अधिकारी नियुक्त किए गए हैं जो उन्हें आवश्यक मार्गदर्शन एवं समूह में किस प्रकार से कार्य किया जाना है सब जानकारी उन्हें प्रदान करते हैं और समय-समय पर उनकी बैठक लेकर उनकी समस्याओं को जानकर निवारण करते हैं

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NRLM National Rural Livelihood Mission Day – NRLM दीनदयाल अन्त्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन

nrlm
1योजना का नाम
Name of Scheme
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन
NRLM (National Rural Livelihood Mission)
2स्थापना / Launch2011
3योजना का नया नाम
2016 में
दीनदयाल अन्त्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन
DAY – NRLM (Deendayal Antyodaya Yojana – National Rural Livelihood Mission)
4विभाग
Department
ग्रामीण विकास विभाग भारत सरकार
Ministry of Rural Development (MoRD), Government of India
5Websitehttps://aajeevika.gov.in/
https://nrlm.gov.in/
6संपर्क सूत्र
Contact Details
Deendayal Antyodaya Yojana – 
National Rural Livelihoods Mission (DAY-NRLM)
Ministry of Rural Development – Govt. of India
7th Floor, NDCC Building -II, Jai Singh Road
New Delhi – 110001
Phone: 011 – 23461708
7States Under DAY NRLM SchemeNRLM Chhattisgarh, NRLM Utterpradesh, NRLM Bihar

what is nrlm project

What is NRLM ? NRLM क्या है ?

स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (एसजीएसवाई) ग्रामीण विकास मंत्रालय का एक प्रमुख कार्यक्रम था। इसे 1999 में शुरू किया गया था और कार्यान्वयन के लिए वित्त वर्ष 2010-11 में इसका पुनर्गठन किया गया था क्योंकि NRLM राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन। SGSY स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना ग्रामीण बीपीएल परिवारों को सतत आय के लिए तैयार किया गया था, अर्थात ग्रामीण BPL परिवार गरीबी से उबर पाए और रोजी रोटी का साधन हो जिसके लिए रोजगार – स्वरोजगार कार्यों में जोड़ा जाये जिसके जरिए गरीबी से बाहर लाया जा सके।

NRLM SHG

ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत सबसे पहले ग्रामीण महिलाओं का एसएनजी सेल्फ हेल्प ग्रुप स्वयं सहायता समूह का निर्माण किया जाता है एक स्वयं सहायता समूह के निर्माण हेतु 10 से 15 ग्रामीण महिलाओं को एक समूह में जोड़ा जाता है और उन्हें उनकी आजीविका बेहतर करने हेतु बचत एवं उन्हें स्वरोजगार से जुड़ा जाता है यही राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत एसजी का अर्थ होता है

NRLM bank linkage

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत निर्माण किए गए विभिन्न स्वयं सहायता समूह को उनके आजीविका हेतु स्वरोजगार स्थापित करने हेतु उन्हें बैंक लिंकेज अर्थात बैंक से जुड़ा जाता है उन्हें विभिन्न प्रकार के लोन योजनाओं में कम ब्याज दर पर ऋण मुहैया कराया जाता है जिससे वह अपना स्वरोजगार स्थापित कर सके साथ ही साथ राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्राम संगठन के अंतर्गत भील लोन का उपलब्ध कराया जाता है यह रेंट ब्याज दर बहुत ही कम होता है इस प्रकार से महिलाओं को उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बैंक के माध्यम से ऋण या स्वयं संगठन के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया जाता है

NRLM portal

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गवर्नमेंट के द्वारा इसके संचालन हेतु एक पोर्टल का निर्माण किया गया है जिसमें सभी तरह की जानकारी उपलब्ध है आप इससे nrlm.gov.in इन पर जाकर संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं

NRLM MP

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nrlm cg

राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन NRLM का उद्देश्य

  • राज्य के प्रत्येक ग्रामीण गरीब परिवारों से कम से कम 1 महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जोड़ना।
  • स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का सर्व भौमिक सामाजिक संगठन करण समुदायिक संस्थाओं का निर्माण
  • समूह के संघ का निर्माण
  • प्रशिक्षण एवं कौशल उन्नयन
  • वित्तीय समावेश बाजार
  • अधोसंरचना उपलब्ध कराना।
  • ग्रामीण गरीब परिवार की वार्षिक आय न्यूनतम 100000 से अधिक वृद्धि कराना।
  • मिशन के उद्देश्यों को प्राप्त करने हेतु विभिन्न स्तरों पर क्रियान्वयन का समर्थन प्रदान करने के लिए समर्पित संरचना की व्यवस्था
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NRLM के द्वारा दिए जाने वाले प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षण संस्थान

स्वयं सहायता समूह क्या है? What is SGH?

एक समान सामाजिक आर्थिक परिस्थिति वाली 10 से 15 गरीब महिलाओं का संगठन। स्वयं सहायता समूह के समस्त महिला सदस्य एक ही पारा मोहल्ला अथवा गांव की होती है। समूह के नेतृत्व हेतु अध्यक्ष एवं सचिव का चयन समूह के सदस्यों द्वारा ही किया जाता है।

समूह के सफल संचालन हेतु समूह के सभी सदस्य नियम तय करते हैं। समूह के नाम से एक बचत खाता बैंक खाता बैंक में खोला जाता है। समूह का दस्तावेजीकरण पुस्तक लेखन प्रशिक्षित पुस्तक संचालक के द्वारा किया जाता है। समूह का गठन का मुख्य उद्देश से परस्पर सहयोग द्वारा गरीबी उन्मूलन एवं महिला सशक्तिकरण है।

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स्वयं सहायता समूह का पंचसूत्र NRLM – Panch Sutra of SHG NRLM

  1. नियमित सप्ताहिक बैठक
  2. नियमित साप्ताहिक बचत
  3. तीन नियमित आंतरिक लेनदेन
  4. नियमित उधार वापसी
  5. सही पुस्तक संधारण अर्थात सही हिसाब किताब।
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सक्रिय महिला

एक गांव में गठित सभी स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हुई महिला सदस्यों के द्वारा आपसी सहमति से चयनित एक या दो ऐसी महिलाएं जो कि समूह के विकास अथवा गांव के विकास के लिए अपना योगदान एवं समय देने में सक्षम तथा इच्छुक हो उन्हें सक्रिय महिला कहते हैं सक्रिय महिलाओं को समय-समय पर मिशन के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है ताकि वह अपने दायित्वों का निर्वहन सफलतापूर्वक कर सके।

पुस्तक संचालन NRLM

समूह के सदस्यों में से ही कोई एक पढ़ी-लिखी सदस्य जिसका चयन समूह के सभी सदस्यों के द्वारा किया जाता है वह पुस्तक संचालक कहलाता है पुस्तक संचालक को मिशन के माध्यम से समय-समय पर प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है ताकि वह समूह में होने वाले लेन-देन का हिसाब किताब निर्धारित रजिस्टर में लिख सके।

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संसाधन पुस्तक संचालक NRLM

  • एक संकुल के अंतर्गत आने वाले सभी स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित करने एवं समूहों का अंकेक्षण करने वाले को संसाधन पुस्तक संचालक कहा जाता है संसार पुस्तक का चयन निम्नलिखित मापदंडों के आधार पर किया जाता है
  • स्वयं सहायता समूह के पुस्तक संचालकों में से ऐसे पुस्तक संचालक जिनको 75 बैठक लिखने का अनुभव हो
  • जिनका समूह नियमित रूप से पंचसूत्र का पालन कर रहा हूं
  • संसाधन पुस्तक संचालक का चिन्ह अंकन गांव में गठित सभी समूहों से जुड़ी हुई

महिला सदस्यों के द्वारा आपसी सहमति से इनका चयन किया जाता है संसाधन पुस्तक संचालक को मिशन के माध्यम से समय-समय पर प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है ताकि इन के माध्यम से अन्य पुस्तक संचालकों को आवश्यकता अनुसार प्रशिक्षण दिया जा सके।

ग्राम संगठन VO (Village Organization) NRLM

एक ही गांव या आसपास के 2 गांव में गठित 6 अधिक समूह सदस्य से स्वयं सहायता समूह जो कि पंचसूत्र का पालन कर रहे हो के द्वारा आपस में मिलकर बनाया गया संगठन ग्राम संगठन कहलाता है।

समूह को निरंतरता प्रदान करने तथा गांव की सामाजिक समस्याओं का निराकरण करने के लिए ग्राम संगठन का गठन किया जाता है। ग्राम संगठन के अंतर्गत समस्त समूह के सदस्य ग्राम संगठन के सामान्य सभा कहलाते हैं।

प्रत्येक ग्राम संगठन के अंतर्गत समस्त समूहों के प्रतिनिधि ग्राम संगठन की कार्यकारिणी समिति कहलाते हैं कार्यकारिणी समिति का कार्यकाल 3 वर्ष का होता है। ग्राम संगठन के कार्य कार्यनीति कार्यकारिणी समिति आपस में मिलकर अपने बीच में से किन्ही 3 या 5 सदस्यों को ग्राम संगठन के पदाधिकारियों के रूप में चयन करते हैं ओबी का कार्यकाल 1 वर्ष का होता है

ग्राम संगठन सहियका VOA (वीओए विलेज ऑर्गेनाइजेशन असिस्टेंट) NRLM

ग्राम संगठन के सामान्य सभा के द्वारा ग्राम संगठन से जुड़े सभी समूहों के पुस्तक संचालकों में से किसी एक पुस्तक संचालक को ग्राम संगठन सहायिका के रूप में चुना जाता है ग्राम संगठन सहायिका का चयन निम्नलिखित मापदंडों के आधार पर किया जाता है

  • वह स्वयं सहायता समूहों के पुस्तक संचालकों में से पुस्तक संचालक जिनको 75 बैठक लिखने का अनुभव हो
  • जिनका समूह नियमित रूप से पंचसूत्र का पालन कर रहा हूं
  • जिनको जिनके मन में गरीब के प्रति सम्मान की भावना हो।

ग्राम संगठन सहायिका को समय-समय पर मिशन के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है ताकि उसके द्वारा ग्राम संगठन में होने वाले लेन-देन का सही हिसाब किताब निर्धारित रजिस्टर में लिखा जा सके।

संकुल स्तरीय संगठन क्लस्टर लेवल फेडरेशन

एक संकुल अंतर्गत गठित समस्त ग्राम संगठनों के द्वारा लिख मिलकर बनाए गए एक संगठन को संकुल स्तरीय संगठन कहा जाता है संकुल स्तरीय संगठन का मुख्य उद्देश्य सभी ग्राम संगठनों को संगठित कर उन्हें विभिन्न विभाग एजेंसी से समन्वय बनाए रखने में मदद करना तथा स्वयं सहायता समूहों व ग्राम संगठनों की पात्रता अनुसार विभागीय योजनाओं का लाभ पहुंचाना है तथा हर संभव मदद पहुंचाना ताकि ग्रामीण गरीब परिवारों को सतत विकास हो सके प्रत्येक ग्राम संगठन के पदाधिकारी संकुल स्तरीय संगठन की कार्यकारिणी समिति कहलाते हैं संकुल स्तरीय संगठन की कार्यकारिणी समिति का कार्यकाल 3 वर्ष का होता है।

संकुल स्तरीय संगठन कार्यकारिणी समिति आपस में मिलकर अपने बीच में से किन्ही तीन या पांच सदस्यों को संकुल स्तरीय संगठन के पदाधिकारियों के रूप में चयन करते हैं संकुल स्तरीय संगठन की कार्यकारिणी का कार्यकाल 1 वर्ष का होता है।

संकुल स्तरीय संगठन मुख्य तौर पर सामुदायिक निवेश कोष सीआईएफ के प्रबंधन का कार्य करता है साथी कम्युनिटी कैडर का चुनाव कर उन्हें प्रशिक्षित कराकर प्रबंधन सेवाएं सभी इकाइयों को प्रदान करता है संकुल संगठन सुनिश्चित करता है कि संबंधित सभी गायों का समय पूर्वक ऑडिट सामुदायिक ऑडिटर ऑडिटर द्वारा हो सके संकुल संकुल अंतर्गत सभी सदस्यों को स्वयं सहायता समूहों को एक एवं ग्राम संगठनों को प्रशिक्षण प्रदान करता है करता है

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सीएलएफ अकाउंटेंट या प्रबंधक (कलस्टर लेवल फेडरेशन अकाउंटेंट)

संकुल स्तरीय संगठन की कार्यकारिणी समिति संकुल संगठन के प्रबंधन एवं खाता हेतु लेखन हेतु संकुल अंतर्गत आने वाले सभी स्वयं सहायता समूह से जुड़े हुए सदस्यों में से एक के सदस्य को सीएलएफ अकाउंटेंट या प्रबंधक के रूप में चयन करती है

सीएलएफ अकाउंटेंट प्रबंधक का चयन निम्नलिखित मापदंडों के आधार पर किया जाता है

  • स्वयं सहायता समूह की तरफ से जो कम से कम स्नातक उत्तीर्ण हो
  • अपने स्वयं सहायता समूह की 75 बैठकों में उपस्थित हुई हो
  • जिसका समूह नियमित रूप से पंचसूत्र का पालन कर रहा हूं
  • जिसके मन में गरीबों के प्रति मान सम्मान की भावना हो।

ब्लॉक संगठन ब्लॉक लेवल फेडरेशन

राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत प्रत्येक विकासखंड में चार संकुल स्तरीय संगठन सीएलएफ का गठन किया जाता है इन्हीं सीएलएफ को मिलाकर विकासखंड स्तर पर बनाए गए संगठन को ब्लॉक स्तरीय संगठन कहा जाता है ब्लॉक संगठन का मुख्य उद्देश्य सीएलएफ को आजीविका संबंधी गतिविधियों वित्तीय प्रबंधन इत्यादि पर मार्गदर्शन प्रदान करता है

जिला संगठन डिस्ट्रिक्ट लेवल फेडरेशन

ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत 1 जिले में आने वाले सभी ब्लॉक संगठनों को मिलाकर बनाए जाने वाले संगठन को जिला संगठन कहा जाता है

आंतरिक सीआरपी रणनीति क्या है

इंटरनल सीआरपी स्टेटस जी स्ट्रेटजी राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत प्रदेश में संसाधन के रूप में विकसित विकासखंड से प्रशिक्षित समुदायिक सोमवार को जैसे सक्रीय महिलाएं पुस्तक संचालक एवं पुस्तक संसाधन पुस्तक संचालक के माध्यम से मिशन कार्यों का विस्तार प्रदेश विशेष विकास खंडों में किए जाने वाली प्रक्रिया को आंतरिक सीआरपी रणनीति कहा जाता है

कुल आंतरिक सीआरपी दल में 5 सदस्य होते हैं जिसमें 3 सक्रिय महिला तथा 2 पुस्तक संचालक जो 30 दिनों के चक्र में 2 गांव में मिशन का कार्य संपादित करते हैं। आंतरिक सीआरपी का 30 दिनों का होता है जिसमें 15 -15 दिन 2 गांव में कार्य किया जाता है

आंतरिक सीआरपी दल को 15 दिवस की अवधि में प्रत्येक गांव में कम से कम 6 नए स्वयं सहायता समूह गठित करने होते हैं तथा दो पुराने समूहों को पुनर्गठित करना होता है आंतरिक के प्रत्येक सदस्यों को दैनिक रूप से मानदेय दिया जाता है।

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चक्रीय निधि रिवाल्विंग फंड उद्देश्य

स्वयं सहायता समूह की पूंजी कोष में वृद्धि करने आंतरिक लेनदेन को बढ़ाने एवं समूह सदस्यों की छोटी-छोटी उपभोग व आजीविका संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए स्वयं सहायता समूहों को चक्रीय निधि अनुदान के रूप में उपलब्ध कराई जाती है

पात्रता

  • ऐसे समूह जिन्होंने 3 माह पूर्व किया हो एवं कम से कम 12 बैठकों या उससे अधिक में पंचसूत्र का पालन किया हो
  • ऐसा संभव जिसका बचत खाता बैंक में खुला हो एवं
  • ग्रेडिंग में कम से कम 60 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हो उन्हें राशि ₹15000 अधिकतम अनुदान के रूप में दिया जाता है

सामुदायिक निवेश कोष सीआईएफ कम्युनिटी इन्वेस्टमेंट फंड उद्देश्य

समूह के सदस्यों के व्यक्तिगत आवश्यकता उत्पादक गतिविधि बीमारी आदि जैसे आवश्यकता की पूर्ति हेतु उचित ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराना विशेषता समूह द्वारा सदस्यों को दिए जाने वाला रेन समूह के तैयार सूचना ऋण योजना में तय प्राथमिकता के आधार पर दिया जाएगा समूह द्वारा इस प्रश्न राशि का पुनर भुगतान अपने ग्राम संगठन सीएलएफ को किया जाता है जिसे ग्राम संगठन सीएलएफ पुणे अन्य समूहों को उनकी मांग के आधार पर ऋण के रूप में उपलब्ध कराता है पात्रता ऐसे समूह जिन्होंने पूर्ण किया हो एवं कम से कम 24 बैठकों या उससे अधिक में पंच सूत्र का पालन किया योजना तैयार की गई हो राशि अधिकतम रु 50,000 से ₹75000 तक समूह तोरण परंतु सेल्फ हेतु अनुदान।

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बैंक लिंकेज

उद्देश्य

स्वयं सहायता समूह के वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु बैंकों के माध्यम से उचित ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराना एवं उनके साथ व विश्वसनीयता को बढ़ाना विशेषता उत्तरण नगर साख सीमा के रूप में उपलब्ध कराया जाता है जो कि 6 से 7 वर्षों तक रिपीट लोन के माध्यम से समूह को ऋण उपलब्ध कराता है ताकि समूह को चीर स्थाई आजीविका प्रारंभ करने व जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक ऋण प्राप्त करने हेतु सक्षम बनाया जा सके

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पात्रता

  • समूह पंचसूत्र का पालन कर रहा हूं राशि इसके अंतर्गत ऋण विभिन्न या दो डोज के रूप में प्रदान किया जाता है प्रथम अंश वर्ष के दौरान समूह के वास्तविक कोष का 4 से 8 गुना या रु 50,000 इसमें से जो भी अधिक हो।
  • मौजूदा कोष एवं आगामी 12 महीनों की प्रस्तावित बचत का 5 से 10 गुना या ₹100000 जो भी अधिक हो
  • अंक स्वयं सहायता समूह की सूचना ऋण योजना एवं पिछले साल के आधार पर न्यूनतम ₹200000।
  • या उसके बाद के अंश चौथे अंश के लिए ऋण की राशि 5 से 1000000 रुपए के मध्य तथा अथवा उसके बाद के अंशों में उच्चतर हो सकती है जो कि समूह वासियों की सूचना के आधार पर तय होगी ।


ब्याज अनुदान इंटरेस्ट सब्वेंशन NRLM

उद्देश्य

स्वयं सहायता समूह को कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराना बैंक ऋण के प्रति जिम्मेदार बनाना एवं उनकी साख और विश्वसनीयता को बढ़ाना विशेषता समूह द्वारा बैंकों के प्राप्त ऋण की अदायगी और समयानुसार करने पर उनके द्वारा दें ब्याज की राशि पर छूट का प्रावधान किया गया है इससे समूह में बैंक ऋण हेतु हुनर भुगतान की प्रवृत्ति प्रबल होती है एवं उक्त बैंक ऋण पर ब्याज दर का भार मात्र 3% हो जाती है पात्रता समूह द्वारा बैंक से लिए गए ऋण खाते में 30 दिन से अधिक समय के लिए अमृत शक्ति से अधिक से सुना रहे एवं खाते में नियमित रुप से लेन-देन होता रहे साथी साथ प्रत्येक माह कम से कम एक ग्राहक प्रेरित एडिट का जरूर किया जाए जो कि इस माह की ब्याज राशि को कवर करता हूं राशि इसके अंतर्गत समूह को ₹300000 तक के ऋण पर ब्याज की राशि में नियमानुसार छूट प्रदान की जाती है

Under NRLM Satate SRLM List

S.NoName of the StateName of the SRLMWebsite
1JharkhandJharkhand State Livelihood Promotion Society (JSLPS)http://www.jslps.org/
2Uttar PradeshUttar Pradesh Skill Development Mission (UPSDM)http://www.upsdm.gov.in/
3West BengalPaschim Banga Society for Skill Development (PBSSD)http://www.pbssd.gov.in/
4ChhattisgarhChhattisgarh State Rural Livelihoods Missionhttp://bihan.gov.in/
5KeralaKudumbashreehttp://www.kudumbashree.org/?q=home
6Andhra PradeshEGMMhttp://egmmsplsgsy.cgg.gov.in/
7Tamil NaduTamilnadu Corporation for Development of Women Ltd.http://www.tamilnadumahalir.org/
8TelanganaEGMMhttp://www.egmm.org/
9PunjabPunjab Skill Development Missionhttp://psdm.gov.in/
10RajasthanRSLDChttp://www.rajasthanlivelihoods.org/
11HaryanaHSRLMhttp://hsrlm.gov.in/
12Jammu and KashmirHimayat Mission Management Unit, Jammu & Kashmir State Rural Livelihoods Mission (JKSRLM)http://himayat.org/
13UttrakhandUSRLMhttp://usrlm.uk.gov.in/
14Odisha Odisha Rural Development and Marketing Society (ORMAS)http://www.ormas.org/
15MaharashtraMaharashtra State Rural Livelihoods Missionhttp://www.umed.in/English/DefaultEnglish.aspx
16GujaratGujarat Livelihood Promotion Company (GLPC)http://glpc.co.in/
17Madhya PradeshMP State Rural Livelihood Missionhttp://www.mpraf.nic.in/NRLM.htm
18AssamASRLMhttp://www.asrlms.in/
19TripuraTripura Rural Livelhoods Mission Societyhttp://rural.tripura.gov.in/
20BiharBihar Rural Livelihoods Promotion Societyhttp://www.brlp.in/

NRLM MP

prd.mp.gov.in/nrlm/

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NRLM UP

National Rural Livelihood Mission UP

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NRLM karnataka

Karnatak

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एनआरएलएम कार्यान्वयन मिशन मोड में है। यह वर्तमान आवंटन आधारित रणनीति से स्थानांतरित करने के लिए राज्यों को अपनी आजीविका आधारित गरीबी कम करने की कार्य योजना तैयार करने,

(ख) लक्ष्यों, परिणामों और समयबद्ध वितरण पर ध्यान केंद्रित करने,

(ग) सतत क्षमता निर्माण, गरीबों के लिए आजीविका के अवसरों के साथ अपेक्षित कौशल प्रदान करने और संगठित क्षेत्र में उभरने वाले लोगों सहित गरीबों के लिए आजीविका के अवसरों के साथ संबंध बनाने और गरीबी के परिणामों के लक्ष्यों के खिलाफ निगरानी

(डी) की निगरानी करने में सक्षम बनाता है ।

चूंकि एनआरएलएम मांग आधारित रणनीति का पालन करता है, इसलिए राज्यों को अपनी आजीविका आधारित परिप्रेक्ष्य योजनाओं और गरीबी कम करने के लिए वार्षिक कार्य योजनाओं को विकसित करने की छूट है । समग्र योजनाएं अंतर-एसई गरीबी अनुपात के आधार पर राज्य के लिए आवंटन के भीतर होंगी ।

एनआरएलएम मिशन

“गरीब परिवारों को लाभप्रद स्वरोजगार और कुशल मजदूरी रोजगार के अवसरों तक पहुंचने में सक्षम बनाकर गरीबी को कम करना, जिसके परिणामस्वरूप गरीबों की मजबूत निचले स्तर की संस्थाओं के निर्माण के माध्यम से टिकाऊ आधार पर उनकी आजीविका में सराहनीय सुधार हुआ ।

एनआरएलएम मार्गदर्शक सिद्धांत

गरीबों की गरीबी से बाहर आने की प्रबल इच्छा होती है, और उनके पास जन्मजात क्षमताएं होती हैं
गरीबों की जन्मजात क्षमताओं को उन्मुक्त करने के लिए सामाजिक जुड़ाव और गरीबों की मजबूत संस्थाओं का निर्माण महत्वपूर्ण है ।
सामाजिक जुड़ाव, संस्था निर्माण और सशक्तिकरण प्रक्रिया को प्रेरित करने के लिए एक बाहरी समर्पित और संवेदनशील समर्थन संरचना की आवश्यकता होती है।
ज्ञान प्रसार, कौशल निर्माण, ऋण तक पहुंच, विपणन तक पहुंच और अन्य आजीविका सेवाओं तक पहुंच को सुविधाजनक बनाना इस उर्ध्व गतिशीलता को रेखांकित करता है ।
एनआरएलएम मान

एनआरएलएम के तहत सभी गतिविधियों का मार्गदर्शन करने वाले मूल मूल्य इस प्रकार हैं:

सभी प्रक्रियाओं में सबसे गरीब को शामिल करना, और सबसे गरीब को सार्थक भूमिका
पारदर्शिता और सभी प्रक्रियाओं और संस्थानों की जवाबदेही
सभी चरणों में गरीबों और उनके संस्थानों का स्वामित्व और महत्वपूर्ण भूमिका – योजना, कार्यान्वयन और निगरानी
सामुदायिक आत्मनिर्भरता और आत्मनिर्भरता

NRLM

NRLM का फुल फॉर्म Nation Rural Livelihood Mission नेशनल रूरल लाइवलीहुड मिशन है जिसे हिंदी में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के नाम से जाना जाता है

day nrlm scheme

दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एक योजना है जिसके तहत महिलाओं को उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने एवं महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है इस योजना को हम एनआरएलएम राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के नाम से भी जानते हैं 2011 में यह राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के नाम से जाना जाता था लेकिन 2016 में इस योजना का नाम बदलकर दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन रखा गया है

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राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन मैं समय-समय पर आवश्यक भर्तियां भी की जाती है जिससे मिशन का संचालन अच्छे से किया जा सके और यह योजना जमीनी स्तर पर जुड़ा हुआ है इसलिए इसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार के भर्तियां की जाती है जैसे जनपद स्तर पर ब्लॉक मैनेजर ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजर एरिया कोऑर्डिनेटर डीपीएम डिस्टिक प्रोजेक्ट मैनेजर इस प्रकार से भर्तियां समय-समय पर इस योजना के तहत निकलती रहती है आपको अधिक जानकारी के लिए अपने स्टेट के राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के वेबसाइट पर जाकर जानकारी उपलब्ध प्राप्त कर सकते हैं

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एनआरएलएम को हिंदी में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के नाम से जाना जाता है यह एक राष्ट्रीय स्तर का योजना है जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार करना और उन्हें गरीबी के मुख से बाहर निकालना है अलग-अलग राज्यों में एनआरएलएम राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे छत्तीसगढ़ में बिहान

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NRLM scheme details

राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान (एनआईआरडी), बैंकर्स इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल डेवलपमेंट (बीआईआरडी) और कई अन्य अन्य प्रतिष्ठानों द्वारा एसजीएसवाई का विश्लेषण संयुक्त परिणामों की पुष्टि करता है।

2010 तक SHG में आयोजित अनुमानित 25 मिलियन परिवारों में से, केवल 22% वित्तीय संस्थान क्रेडिट स्कोर तक पहुंचने में सफल रहे। अनुसंधान ने पुष्टि की कि गरीब एसएचजी के एकत्रीकरण और उनके संचालन के मानक के भीतर महत्वपूर्ण भिन्नताएं हैं। एकल आजीविका अभ्यास में विशेषज्ञता वाले एक-बंद परिसंपत्तिकरण कार्यक्रम ने गरीबों की कई आजीविका आवश्यकताओं को पूरा नहीं किया। आमतौर पर, कैपिटल फंडिंग को सब्सिडी के रूप में पेश किया जाता था, जिसमें सामाजिक सहयोग या समूह गठन में संतोषजनक फंडिंग होती थी।

इसके अलावा, SHG के असमान भौगोलिक विस्तार, SHG के सदस्यों के बीच अत्यधिक अटैचमेंट चार्ज और संतोषजनक बैंकिंग क्षेत्र की कमी ने इस प्रणाली की दक्षता को बाधित किया। कई राज्यों ने एसजीएसवाई के तहत प्राप्त निधियों का निवेश बिल्कुल नहीं किया। इस वास्तविकता ने सही आपूर्ति विधियों की अनुपस्थिति और कई ग्रामीण गरीबों के बीच उपयोगी संसाधन अवशोषण के लिए क्षमता कोचिंग और निर्माण क्षमता के लिए समर्पित प्रयासों की अनुपस्थिति का संकेत दिया।

यह इस संदर्भ में है कि ग्रामीण विकास मंत्रालय (MoRD), भारत सरकार (भारत सरकार) ने योजना कार्यान्वयन के विभिन्न पहलुओं को देखने के लिए एसजीएसवाई (प्रोफेसर राधाकृष्ण की अध्यक्षता में) के नीचे क्रेडिट स्कोर एसोसिएटेड पॉइंट्स पर एक समिति का गठन किया। समिति वास्तव में ग्रामीण गरीबी उन्मूलन के लिए एक ‘आजीविका रणनीति’ का उपयोगी अंगीकरण है। विधि में अगले 4 अंतर-संबंधित कर्तव्यों को शामिल किया गया है:

  • गरीब घरों को कार्यात्मक रूप से कुशल एसएचजी और उनके संघों में जुटाना
  • वित्तीय संस्थान क्रेडिट स्कोर और मौद्रिक, तकनीकी और विज्ञापन और विपणन प्रदाताओं के लिए प्रवेश बढ़ाना
  • लाभकारी और स्थायी आजीविका विकास के लिए क्षमता और विशेषज्ञता का निर्माण
  • गरीब परिवारों को सामाजिक और वित्तीय सहायता प्रदाताओं की पर्यावरण के अनुकूल आपूर्ति के लिए विभिन्न योजनाओं को परिवर्तित करना

NRLM was launched in which year nrlm started in which year

सरकार ने समिति की सलाह को स्वीकार कर लिया और वित्त वर्ष 2010-11 में एसजीएसवाई को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) में पुनर्गठित किया और गरीबी में छूट के लिए तीव्र और उच्चतर ध्यान देने की पेशकश की।

इसके अतिरिक्त चुनाव 2015 तक सहस्राब्दी विकास उद्देश्यों (एमडीजी) को प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया था। N.R.L.M के लिए कार्यान्वयन के लिए फ्रेमवर्क को मंत्रालय द्वारा नौ दिसंबर, 2010 को मान्यता दी गई थी और मिशन को औपचारिक रूप से तीसरे जून, 2011 को लॉन्च किया गया था।

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2 thoughts on “NRLM National Rural Livelihood Mission | राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन”

  1. ग्राम संगठन में चयनित सचिव अध्यक्ष कोषाध्यक्ष और सक्रिय महिला के चयन कितने वर्षों में दोबारा किया जाता है, इन चारों को ही समुह से लाभ लेने का है या समूह से जुड़े और महिलाओं को क्योंकि मेरे समूह में इस तरह की कोई भी लाभ आजीविका से जुड़ी हुई समूह की महिलाओं को नहीं मिलती है

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